“इनसिक्योरिटी” का अहसास दायरे में सीमित कर दे

“इनसिक्योरिटी” का अहसास दायरे में सीमित कर दे

जिंदगी में हर इंसान को कभी ना कभी ‘इनसिक्योरिटी‘ सताती है। किसी को लग सकता है कि वह उतना स्मार्ट , इंटेलिजेंट या लाइफ में सक्सेस नहीं है। ऐसा इन्सान जब आस-पास के लोगों से अपनी कम्परेजन करता है , तो ‘इनसिक्योरिटी’ और बढ़ जाती हैं । (1) रोज कोई एक ऐसा काम करें ,…