पॉजिटिव लाइफ का जवाब नहीं
हम सभी जानते हैं कि “पॉजिटिव” यानि सकारात्मक सोच जीवन में हर मुश्किल का सामना करने की पॉवर देती है। लेकिन अंग्रेजी के 8 अक्षरों से बने इस वर्ड में छिपा सही अर्थ आइए जानें जिंदगी में कितनी अहम भूमिका निभाता है यह Word :- “POSITIVE”
P – ‘पेशेंस’ : इसका अर्थ है – ‘धैर्य’ । यदि आप जीवन में सफल होना चाहते हैं तो धैर्य सबसे जरूरी है। धैर्य रखने वाले लोगों के मन में कभी नकारात्मक विचार नहीं आते। किसी भी परिस्थिति में रोने से कुछ नहीं होता । बल्कि धैर्य से उसका हल ढूंढने से ही परेशानी दूर होती है।
O – ‘ऑप्टिमिस्टिक’ : यदि जीवन में आशा नहीं तो कुछ नहीं । आशाएं ही सफलता की सीढ़ी तक आपको पहुंचाती हैं जबकि निराशा सिर्फ कुंठाओं से भरती हैं। आप कभी यह नहीं सोचें कि आपकी किस्मत अच्छी नहीं है या सभी को आपसे ही परेशानी हैं आदि। ऐसी स्थिति में आशावादी बनकर तो देखिए सारी मुश्किलें आसान हो जाएगी ।
S – ‘सेटिस्फेक्शन’ : लोगों को जितना मिले कम है। उन्हें कभी संतुष्टि नहीं होती। लेकिन जिस दिन आपने भी संतुष्ट होना सीख लिया । उसी दिन से आप में सकारात्मक विचारों का संचार होगा। जो मिला या जितना भी मिला उसी में संतोष करने की आदत डालें । कहते हैं – ‘संतोषम् परमसुखम्’ ।मनोचिकित्सक अनु गोयल कहती हैं कि अवसाद की स्थिति से बचने के लिए संतोष ही एकमात्र इलाज है।
I – ‘इंस्परेशन’ : इसका अर्थ है – ‘प्रेरणा’ । हर व्यक्ति किसी न किसी से प्रेरणा लेता है। ऐसे लोगों से प्रेरणा लीजिए जो जीवन को जिंदादिली से जीते हैं । हर व्यक्ति में कोई न कोई अच्छाई जरूर होती है। हमेशा व्यक्ति की अच्छाइयों को अपनाएं और खुद को सकारात्मक बनाएं ।
T – ‘टारगेट’ : यानी ‘लक्ष्य’ । यदि जीवन में लक्ष्य निर्धारित हो तो आपको पराजय का मुंह नहीं देखना पड़ेगा । आपको जीवन में क्या करना है और कैसे करना है यह निश्चित रखें । यदि लक्ष्य साफ हो तो उसे पाना आसान हो जाता है । यदि आपके मन का लक्ष्य हासिल न भी हो तो ऑप्शन पहले से तय कर रखें।
I – ‘आइडल’ : आपका व्यक्तित्व ऐसा होना चाहिए कि लोग आपको अपना आदर्श मानें । सकारात्मक सोच से आप हर परिस्थिति में मानसिक संतुलन बनाए रखने में समर्थ होंगे , हमेशा खुश रहेंगे , दूसरों की मदद के लिए तैयार रहेंगे तो आप दूसरों के आदर्श बन जाएंगे। जब आप किसी को अपना आदर्श मान सकते हैं तो आप क्यों नहीं किसी का आदर्श बन सकते ।
V – ‘विक्टर’ : आप हमेशा विजेता के रूप में जाने जाएं इसके लिए खुद को कभी टूटने न दें । यदि कभी सफलता न मिले तो दोबारा उसी लगन से अपने काम में लगने की क्षमता आप में होनी चाहिए । हमेशा यह मानकर चलना चाहिए कि जीत और हार जीवन में होती रहती है । हार से निराश न होएं और खुद को समझाएं कि 1 दिन कामयाबी जरूर मिलेगी ।
E – ‘इजी’ : यदि आप सहज जीवन जीते हैं तो नकारात्मक विचार आपको नहीं घेर सकते। यदि आप वास्तविक जीवन जिएं तो आपको कभी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा । प्रोफेशनल जीवन में भी सहजता जरूरी है।
Be Positive & Cool.